चेक के पिछे हस्ताक्षर कराये जाने का असली कारण क्या हैं | बैंक में चेक के पीछे हस्ताक्षर [ Signature on the back of the cheque ] क्यों करावाये जाते है ?

चेक के पिछे हस्ताक्षर कराये जाने का असली कारण क्या हैं | बैंक में चेक के पीछे हस्ताक्षर [ Signature on the back of the cheque ] क्यों करावाये जाते है ?

rochak jankari in hindi, cheque ke piche signature anivarya, important signature on the cheque, important signature, important information on the cheque signature, Intresting information the cheque,


SachinLLB : आज हम इस महत्वपूर्ण बात पर चर्चा करेंगे कि जब भी हम बैंक में चेक लेकर जाते हैं, तब आपने देखा होगा कि बैंक का कर्मचारी आपसे चेक के पीछे हस्ताक्षर ( Signature on the back of the cheque ) क्यों करने की बोलता है, क्या आप जानते है ? जी हाँ अगर आप नही जानते है तो आज हम आपको चेक के पीछे हस्ताक्षर कराये जाने का खास कारण बताते हैं, तो चलिए जानते हैं -


चेक के पीछे हस्ताक्षर ( Cheque ke pichhe signature ) कराये जाने के प्रमुख कारण -


कारण नम्बर 1 

जब भी बैंक द्वारा किसी को कोई भी भुगतान किया जाता है , तब बैंक द्वारा किये गए भुगतान का साक्ष्य के तौर पर भुगतान प्राप्तकर्ता से प्राप्ति रसीद के ( प्राप्ति रसीद के रूप में हस्ताक्षर ) एवज में चेक के पीछे प्राप्त किये जाते है ।


कारण नम्बर 2

बैंक द्वारा चेक के पीछे हस्ताक्षर इसलिए भी करवाये जाते हैं कि भविष्य में विवाद की स्थिति में किये गए भुगतान को सबूत के तौर पर साबित किया जा सके ।



कारण नम्बर 3

चेक के पीछे हस्ताक्षर ( Cheque ke pichhe signature ) करने का एक कारण यह भी हैं कि, बैंक और राशि प्राप्त करने वाले दोनों के लिए सरल होता है , बस यही कारण होता है , की बैंक हमेशा चेक के पीछे हस्ताक्षर करवाता हैं , जिससे बैंक और राशि प्राप्त करने वाले व्यक्ति, दोनों के समय की बचत भी होती हैं।


बैंक द्वारा चेक के पीछे हस्ताक्षर ( Signature on the back ) कराये जाने की असली वजह -


बैंक चेक की राशि प्राप्त कर लेने की प्राप्ति के रूप में चेक के पीछे , राशि प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर (Signature of the recipient of the amount) लेता है, यदि राशि प्राप्त करने वाला व्यक्ति चाहे तो चेक के पीछे हस्ताक्षर करने से मना भी कर सकता है । 


लेकिन वैसी स्थिति में उस व्यक्ति को एक अलग कागज़ पर अपने सम्पूर्ण विवरण के साथ बैंक को भुगतान (payment to bank) की प्राप्ति देनी होगी तथा उस व्यक्ति को नियमानुसार रसीदी टिकिट , रेवन्यू स्टाम्प टिकिट भी लगाना होगा ।


बैंक हमेशा पैसो की लेन-देन करता है, इसलिए बैंक को बहुत ही बारीकी से नियम फॉलो करने पड़ते है, और नियम फॉलो करवाने पड़ते है । तो आप को स्पष्ट हो गया होगा कि बैंक द्वारा चेक के पीछे हस्ताक्षर कराने का मुख्य उद्देश्य, प्राप्ति रसीद का एक सरल रूप होता है ।

जानकारी अच्छी लगे तो Follow & Share करें जिससे आपको नई-नई जानकारी मिलती रहे। 

Top Post Ad

Below Post Ad