Section 82 CrPC | सम्पत्ति जप्ती में धारा 82 सीआरपीसी की क्या भूमिका है।

Section 82 CrPC | सम्पत्ति जप्ती में धारा 82 सीआरपीसी की क्या भूमिका है।

Section 82 CrPC,  सम्पत्ति जप्ती में धारा, 82 सीआरपीसी की क्या भूमिका है,


SachinLLB : दोस्तों आज हम जानेंगे कि धारा 82 सीआरपीसी क्या हैं, यह कब लागू होती है, ओर सीआरपीसी की धारा 82 कब प्रयोग में लायी जाती हैं, एवं सम्पत्ति जप्ती में धारा 82 सीआरपीसी की क्या भूमिका है।


क्या है सीआरपीसी | What is CrPC -


सीआरपीसी (CRPC) अंग्रेजी भाषा का शब्द है, जिसका फुल फॉर्म Code of Criminal Procedure हैं, जिसको हिंदी भाषा में 'दंड प्रक्रिया संहिता' कहा जाता है,  CrPC में कुल 37 अध्याय (Chapter) हैं, जिनके अधीन 484 धाराएं (Sections) निर्विहित हैं, जब किसी प्रकार का कोई अपराध होता है, तब हमेशा दो प्रक्रियाएं होती हैं - एक प्रक्रिया पुलिस द्वारा अपराध (Crime) की जांच करने में अपनायी जाती है, जो पीड़ित पक्ष (Victim) से संबंधित होती है और दूसरी प्रक्रिया आरोपी (Accused) के संबंध में अपनायी जाती है।


सीआरपीसी कब लागू हुई | When CrPC came into force -


भारत मे सीआरपीसी लागू करने के लिए सन 1973 में कानून पारित ( pass laws) किया गया था, इसके 1 वर्ष बाद 1 अप्रैल,1974 से देश मे सीआरपीसी (CrPC) यानि दंड प्रक्रिया संहिता लागू हो गई, देश मे सीआरपीसी लागू होने के बाद से ही समय अनुसार अब तक CrPC में कई बार संशोधन (Amendment) भी किए गए है।


सीआरपीसी की धारा 82 क्या है | CrPC Section 82 -


CrPC Section 82 फरार व्यक्ति के लिए उद्घोषणा का प्रावधान करती है, अगर साधारण भाषा में समझें तो धारा 82 CrPC के अंतर्गत, वह व्यक्ति जो किसी भी प्रकार के अपराध या किसी कर्ज की वजह से बचने के मकसद से कही फरार हो जाता है यानि भाग जाता है, तो न्यायालय उसके फरार हो जाने की उद्घोषणा CrPC की धारा 82 के अंतर्गत करती है, इस धारा के अंतर्गत केवल फरार व्यक्ति के बारे में उद्घोषणा जारी करने को बताती है।


फरार घोषित (Declared Absconding) होने के बाद क्या की प्रक्रिया -


सीआरपीसी की धारा 82 के तहत किसी फरार व्यक्ति की उद्घोषणा जारी (भगोड़ा घोषित) होने के बाद, आरोपी की संपत्ति कुर्क यानी सम्पत्ति जप्त करने की कार्रवाई शुरू की जाती है। फरार व्यक्ति की संपत्ति की कुर्की का प्रावधान सीआरपीसी (CrPC) की धारा 83 में दिया गया है। धारा 83 सीआरपीसी के तहत किसी भी आरोपी के भगोड़ा या फरार घोषित होने के बाद न्यायालय किसी भी समय उसकी संपत्ति को कुर्क या जप्त करने का आदेश जारी कर सकता है।


क्या है धारा 83 सीआरपीसी | What is Section 83 CrPC -


वह संपत्ति जिसको न्यायालय द्वारा कुर्क करने का आदेश (Attachment order) दिया गया है, वह ऋण या अन्य कोई जंघम संपत्ति हो, तो धारा 83 सीआरपीसी के अधीन कुर्क या जप्त की जाएगी।

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