लड़ाई झगड़ा या मारपीट करने में [ IPC SECTION ] कौन सी धारा लगती है ? IPC SECTION FIGHTING, QUARRELING OR BEATING.

लड़ाई झगड़ा या मारपीट करने में [ IPC SECTION ] कौन सी धारा लगती है ? IPC SECTION FIGHTING, QUARRELING OR BEATING.

Which section is used in fighting, quarreling,

SachinLLB : हेल्लो दोस्तों आज हम बात करते है लड़ाई झगड़े या मारपीट की | पुलिस (Police) कोनसी धारा में केस दर्ज करती है | अक्सर आपने देखा होगा कि छोटी छोटी बातों में लोग लड़ाई झगड़ा या मारपीट करने लगते है, परन्तु लड़ाई झगड़ा या मारपीट करना कानून (Law) की नजर में अपराध हैं। लेकिन के लोग लड़ाई झगडा करने से बाज नही आते है ।

हम बात कर रहे थे कि लड़ाई झगड़ा या मारपीट करने में कोनसी धारा में केस (Case) दर्ज होता है तो वैसे सामान्यतः लड़ाई झगड़ो में धारा 294, धारा 323, एवं धारा 506 आईपीसी के अंर्तगत केस दर्ज होता है। ये धाराएं सामान्य प्रकृति के लड़ाई झगड़ो (Fight) में पुलिस द्वारा लगाई जाती है।

अब आप ये जानना चाहते होंगे कि इन धाराओं में कितनी सजा मिलती है तो आइए लड़ाई झगड़ो या मारपीट से सम्बंधित धाराओं (section) के बारे में विस्तृत से जानते है ।


लड़ाई झगड़े या मारपीट करने में लगने वाली धाराएं | IPC SECTION IN HINDI -


धारा 294 आईपीसी, IPC Section 294 - अश्लील कार्य और गाने या शब्द |  किसी भी सार्वजनिक स्थल या स्थान या उसके आस-पास कोई भी व्यक्ति अश्लील गाना या अश्लील शब्द, या गाली गलौज (abusive language) कहता है या बोलता है जो सुनने में अश्लील लगते हो तो उसे किसी अवधि के लिए कारावास या जिसे 3 माह तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दंड से, या दोनों से दंडित किया जा सकता है।


धारा 323 आईपीसी, IPC SECTION 323 - जानबूझकर चोट पहुंचना | भारतीय दंड संहिता की धारा 323 के अनुसार यदि कोई लड़ाई झगड़े के दौरान, अगर कोई शख्श को जान बुज कर किसी को चोट पहुंचाता है, या उपहति कारित करता है या लात घूसों से या थप्पड़ मारता है | तब उस पर धारा 323 का अपराध लागु होता है तथा उस व्यक्ति पर धारा 323 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया जाता हैं। जिसमे आम तौर पर 1 साल का कारावास या जुर्माना या दोनों की भांति हो सकता है। यह एक ज़मानती अपराध है ।


धारा 506 आईपीसी, IPC SECTION 506 - धमकी देना | जो कोई भी व्यक्ति आपराधिक अभित्रास करेगा या धमकी देगा वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि 2 वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जा सकेगा । यह एक जमानतीय अपराध हैं।

दोस्तों लड़ाई झगड़ो या मारपीट करने में जमानत जरूर हो जाएगी लेकिन यदि दोषी पाए गए तो एक अपराधी का धब्बा आपके चरित्र पर लग जायेगा जो जीवनभर आपके ऊपर लगा रहेगा।

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