सीआरपीसी (CrPC) की धारा 311 क्या है ? कोर्ट धारा 311 सीआरपीसी का उपयोग कब करती है ।
SachinLLB : धारा 311 सीआरपीसी का प्रयोग गवाह को वापस न्यायालय के समक्ष कथन करने के लिए यानी पुनः बुलाने के लिए किया जाता है, तथा न्यायालय द्वारा इस शक्ति का इस्तेमाल तब किया जाता हैं, जब उचित फैसले के लिए गवाह के कथन वापस आवश्यक हो ।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 311 के तहत एक आवेदन को अनुमति दी गई, जिसमें गवाह से पूछताछ के लिए फिर से बुलाने की मांग की गई। न्यायालय ने इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए याचिका को स्वीकार कर लिया कि उनके प्रारंभिक कथन में उनके पास कुछ तथ्य लाने का कोई अवसर नहीं था, जो विशेषज्ञ गवाह की जांच के बाद प्रासंगिक हो गए।
धारा 311 सीआरपीसी का प्रयोग कब किया जाना आवशयक हैं -
न्यायालय ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 311 के तहत शक्ति का इस्तेमाल तब किया जाना चाहिए जब यह किसी मामले के उचित निर्णय के लिए आवश्यक हो।
माननीय न्यायालय ने कानून की स्थापित स्थिति को दोहराया और आपराधिक प्रक्रिया संहिता, 1973 (सीआरपीसी) की धारा 311 (महत्वपूर्ण गवाह को बुलाने या उपस्थित व्यक्ति की जांच करने की शक्ति) को केवल न्याय को पूरा के लिए लागू किया जाना चाहिए और इसका प्रयोग सावधानी और सतर्कता के साथ किया जाना चाहिए और न्याय की विफलता को रोकने के लिए अदालत को दिए गए विवेक का प्रयोग न्यायिक रूप से किया जाना चाहिए।
दंड प्रक्रिया संहिता 1973 (CrPC) की धारा 311 (महत्वपूर्ण गवाह को बुलाने ) का प्रयोग इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता हैं की अपीलकर्ता को न्याय मिल सके, एवं न्यायालय को न्याय करने में सहायता मिले।
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