"FIR और NCR में अंतर | पुलिस शिकायत और रिपोर्ट के बीच अंतर" | What is the difference between police FIR and NCR in Hindi

"FIR और NCR में अंतर | पुलिस शिकायत और रिपोर्ट के बीच अंतर" | What is the difference between police FIR and NCR in Hindi.

FIR और NCR में अंतर, पुलिस शिकायत और रिपोर्ट के बीच अंतर, What is the difference between police FIR and NCR in Hindi,


SachinLLB - आज हम ये जानेंगे की पुलिस FIR और NCR क्या होती है, और इन दोनों की क्या भूमिका होती है। FIR और NCR दोनों ही पुलिस संबंधित अभियांत्रिकी की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इन दोनों में कुछ मुख्य अंतर हैं। FIR का पूरा नाम "First Information Report" है, जबकि NCR का मतलब "Non-Cognizable Report" है।


FIR एक ऐसा दस्तावेज़ है जिसमें पुलिस को अभियांत्रिकी या अन्य अपराध की सूचना मिलती है। यह अपराध की घटना की पहली जानकारी को दर्शाता है और इस पर आधारित पुलिस जाँच शुरू करती है। FIR की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद, पुलिस उसे गंगापुत्र में शामिल करती है और अनुसन्धान आरंभ करती है।


वहीं, NCR एक अपराध की सूचना होती है लेकिन इसमें पुलिस त्वरित जाँच नहीं करती है। यदि कोई अपराधिक घटना होती है और यह NCR में रिपोर्ट की जाती है, तो पुलिस उसमें त्वरित जाँच नहीं करती है, बल्कि उसे आम रिपोर्ट के रूप में दर्ज करती है। इसका मतलब है कि पुलिस उस अपराध के बारे में अद्यतित जानकारी का संग्रह नहीं करती है और त्वरित कार्रवाई नहीं करती है।


इस रूप में, FIR और NCR दोनों ही विभिन्न प्रकार की पुलिस रिपोर्ट हैं जो अपराधिक घटनाओं को दर्शाने और उन पर कार्रवाई करने में मदद करती हैं।


पुलिस FIR और NCR में अन्तर | Difference between police FIR and NCR -


FIR और NCR के बीच और भी कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। एक और प्रमुख अंतर यह है कि FIR एक कोग्निजेबल अपराध की रिपोर्ट होती है, जिसका मतलब है कि पुलिस को इस पर स्वयं संज्ञान लेना चाहिए और उस पर जाँच करनी चाहिए। विपरीत, NCR एक नॉन-कोग्निजेबल अपराध की रिपोर्ट होती है, जिसका मतलब है कि पुलिस स्वयं संज्ञान नहीं लेती और उस पर त्वरित कार्रवाई नहीं करती।


FIR में अपराध के संदर्भ में विस्तार से जानकारी होती है, जैसे कि घटना का स्थान, समय, शारीरिक विवरण आदि, जो पुलिस को उच्चतम स्तर पर जाँच करने की संभावना देती है। यह रिपोर्ट पर्याप्त होती है ताकि पुलिस आगे की कार्रवाई कर सके।


समय-समय पर, NCR को एक छोटी अपराधिक घटना के लिए भी जाना जाता है, जिसमें पुलिस आमतौर पर स्थानीय थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करती है, लेकिन उस पर कोई त्वरित जाँच नहीं करती। इसमें अधिकांश आम अपराधों, जैसे कि छोटी चोरी या तंगा-तंगी के मामले शामिल होते हैं।


इन अंतरों के साथ, FIR और NCR दोनों ही कानूनी प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाते हैं और व्यक्ति को अपने अधिकारों की रक्षा करने का माध्यम प्रदान करते हैं।

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